ओम स्टर्लिंग ग्लोबल विश्विद्यालय में 9 और 10 अगस्त को “नवीन शिक्षण और अनुसंधान पद्धति” के महत्वपूर्ण विषय पर ऑफलाइन एवं ऑनलाइन माध्यम से राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। विश्विद्यालय के चांसलर डॉ पुनीत गोयल और प्रो चांसलर डॉ पूनम गोयल ने सभी शोधार्थियों और शिक्षको को बधाई देते हुए उन्हें प्रेरित किया और बताया की दो दिवस कार्यशाला के दौरान देश के अलग अलग जगह से विशेषज्ञों द्वारा संबंधित विषयों पर चर्चा की गई।
डॉ गोयल ने कहा की शिक्षण और शोध पद्धति में सुधार लाने के लिए इस प्रकार की कार्यशाला का अहम योगदान रहता है। इस कार्यशाला के प्रथम दिवस में मुख्य अतिथि के रूप में प्रोफेसर (डॉ) सुगंधा सिंह (डीन, फैकल्टी इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी, एस.जी.टी विश्विद्यालय, गुरुग्राम) ने “शिक्षाशास्त्र का प्रभाव” विषय, सुश्री इंदु अग्रवाल, डॉ रीनू बत्रा और डॉ कमल ढांडा ने संबंधित विषयों पर चर्चा की और द्वितीय दिवस के मुख्य अतिथि प्रोफेसर योगेश छाबा (डीन छात्र कल्याण, जी.जे.यू.एस एंड टी, हिसार) ने “संशोधित का उपयोग करते हुए परिणाम आधारित शिक्षण पद्धतियाँ” विषय पर , डॉ रवि कुमार गुप्ता और सुश्री तमन्ना सूद ने संबंधित विषयों पर प्रकाश डाला। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एन. पी. कौशिक और कुलपति प्रो राजेंद्र सिंह छिल्लर ने शोधार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए सभी को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, परिणाम आधारित शिक्षण और टेक्नोलॉजी की जानकारी दी। इस कार्यशाला के द्वारा शोधार्थियों तथा शिक्षकों को नवीन शिक्षण विधि और अनुसंधान पद्धति से संबंधित विषयों की जानकारी प्राप्त हुई है। इस कार्यशाला को सफल बनाने में डा. सुनैना और डा.अमित नांदल ने अपनी अहम भूमिका अदा की। कार्यशाला में विश्विद्यालय के शिक्षको के साथ साथ देश की अलग अलग जगहों से जुड़े शिक्षको और शोधार्थियों ने ओ.एस.जी.यू की सहराना की और धन्यवाद किया। कार्यशाला में मंच का संचालन ऐडवोकेट नीरज तनेजा और डॉ. सीमा घनघस ने किया